दखल

भारत के पास जो सामाजिक-सांस्कृतिक पूंजी है, उसकी जड़ें बहुत पुरानी हैं – गोविंदाचार्य

भारत के पास जो सामाजिक-सांस्कृतिक पूंजी है, उसकी जड़ें बहुत पुरानी हैं। यह सर्वविदित है कि विश्व में चीन और भारत की ही सभ»

‘गीता’ हमारे हृदय और हमारी बुद्धि दोनों को तुष्ट करती है

कुछ दिन पहले, बातचीत के दौरान, मेरे एक मिशनरी मित्र ने पूछ लिया कि यदि भारत वास्तव में आध्यात्मिक रूप से काफी आगे बढ़ा हु»

आत्मसंयम, अनुशासन और बलिदान के बिना राहत या मुक्ति की आशा नहीं की जा सकती

गांधी जी ने 20 अक्टूबर 1920 को यंग इंडिया में एक लेख लिखा। इस लेख के जरिए गांधी जी ने प्रशिक्षित स्वंसेवकों की आवश्यकता»

कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन शुरू कर रहा है ‘जस्टिस फॉर एवरी चाइल्‍ड’ अभियान

नई दिल्ली। कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन (केएससीएफ) ने यौन शोषण और बलात्कार के शिकार बच्चों और उन»

बजट पर कैलाश सत्यार्थी ने उठाए सवाल, क्या बाल कल्याण सरकार की प्राथमिकता में नहीं

कैलाश सत्यार्थी चिल्‍ड्रेन्‍स फाउंडेशन (केएससीएफ) ने बच्‍चों से संबंधित विभिन्‍न योजनाओं और»

अनंत प्राकृतिक एवं सभ्यतागत संसाधनों से मंडित भारत

आनादिकाल से भारत भूमि एवं भारतीय सभ्यता परमात्मा की विशिष्ट कृपा की पात्र रही है। यह राष्ट्र अनंत प्राकृतिक एवं सभ्यतागत»