खाद्य और इंधन का धर्मसंकट !
गन्ना, चावल, मक्का, ताड़ या सोयाबीन तेल को इथेनॉल और बायोडीजल के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किए जाने का चर्चा आज कल आम है ।»
गन्ना, चावल, मक्का, ताड़ या सोयाबीन तेल को इथेनॉल और बायोडीजल के उत्पादन के लिए इस्तेमाल किए जाने का चर्चा आज कल आम है ।»
लोकतान्त्रिक राष्ट्र की सम्पूर्ण जीवन-चर्या में संविधान आस्था का केन्द्र है. संविधान वो नियमावली है जिस पर राष्ट्र का सा»
केंद्र सरकार आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना देश के गरीब लोगों के लिए चलाती है, जिसके तहत इलाज के लिए प्रत्ये»
इस महीने की शुरुआत में, केंद्र ने मुंबई में 256 एकड़ भूमि को धारावी पुनर्विकास परियोजना प्राइवेट लिमिटेड (DRPPL) को हस्त»
सर्वोच्च न्यायालय ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कॉलेजियम को निर्देश दिया है कि वह उन दो न्यायिक अधिकारियों के नामों»
कोलकाता की महिला चिकित्सक के साथ हुईं यौन हिंसा एवं हत्या के जघन्य अपराध ने पूरे राष्ट्रीय समाज को शर्मसार कर दिया. उक्त»
विश्व के प्लास्टिक प्रदूषण में भारत का योगदान पाँचवाँ है। भारत हर साल लगभग 5.8 मिलियन टन (एमटी)प्लास्टिक जलाता है और 3.5»
हर कुछ महीनों में देश एक और बलात्कार की खबर के साथ जागता है। आंकड़े बताते हैं कि भारत में हर चार घंटे में एक महिला का बल»
केंद्र ने पिछले सप्ताह अपनी बायोई 3 (अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और रोजगार के लिए जैव प्रौद्योगिकी) नीति को लागू करने का निर्»
कृषि क्षेत्र में मजबूत डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना बनाने का लक्ष्य रखने वाला यह योजना कृषि भूमि, फसलों और पैदावार के बारे»
अब्दुल गफूर मजीद नुरानी नहीं रहे। वे ए.जी. नुरानी के नाम से मशहूर थे। पर, उनके जो थोड़े दोस्त थे, वे उन्हें गफूर कहकर बुल»
प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के 10 साल पूरे हो गए जो कि “वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और करोड़ों लोगों, खासक»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचे. वो यहां यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की से गर्मजोशी से»
कल्कि 2898 एडी की बड़ी सफलता कोई अपवाद नहीं है. पिछले एक दशक में दक्षिण के सिनेमा ने विकास और सफलता की एक लंबी उड़ान भरी ह»
सनातन पौराणिक मान्यताओं पर आधारित बहुभाषा में रिलीज फ़िल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के नये रिका»
जाति की लड़ाई से संसद हलकान है. प्रतीत होता है कि राष्ट्रीय स्तर पर विमर्श का एक ही और सबसे प्रमुख मुद्दा शेष है, जाति. ज»
इमरजेंसी के इतिहास में 25 जून, 1975 का दोहरा महत्व है। दोहरा इसलिए कि एक तरफ प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी‘परिवार की तानाशाह»
वक्फ़ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले क़ानून में प्रस्तावित संशोधन विधेयक को लोकसभा में पेश कर दिया गया है. वक़्फ़ क़ानून क»
छात्र आंदोलन, हिंसा, सैकड़ों लोगों की मौत और सोमवार को प्रदर्शनकारियों के मार्च के एलान के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्र»