ग़ज़ल – दिल मगर हिन्दोस्तानी चाहिए
कब किसी की मेहरबानी चाहिए पर हमें भी साँस आनी चाहिए ज़ात, मज़हब, रंग, बोली जो भी हो, दिल मगर»
कब किसी की मेहरबानी चाहिए पर हमें भी साँस आनी चाहिए ज़ात, मज़हब, रंग, बोली जो भी हो, दिल मगर»
सार्वजनिक जीवन में भाषा की मर्यादा क्या हो इसकी कोई स्थापित संहिता नहीं है. किंतु मानव समाज में सभ्यता के साथ ही एक अघो»
कौन लेगा अब ख़बर भी इस जहाँ में बेख़बर की; बात इक दिन की नहीं है बात है इक उम्र भर की. ये तमाशा और तेरी ये जवाँ महफ़िल ओ»
दियना घरे- घरे बारऽ, राह सगरी सवार ऽ 6 कि अंजोरिया बढ़े ना चान अंगने उतारऽ ,कि अजोरिया बढ़े ना चमकत रहे देश क माट»
वर्तमान भारतीय राजनीति में वामपंथ के लिए यह सबसे बुरा वक्त हैं, बुरा इसलिए क्योंकि वो राजनीतिक रूप से इस समय»
सर्वोच्च न्यायालय ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा और संसदीय क्षेत्रों के परिसीमन को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज»
लोकतंत्र में जन-सत्ता का अर्थ क्या होता है? अब्राहम लिंकन के शब्दों में कहें तो, ‘जनता का, जनता के लिए, जनता के द्»
आपदाएँ तोड़ने ही नहीं जोड़ने भी आती हैं | बीते दिनों भूकंप की विभीषिका झेल रहे तुर्किए से आई एक तस्वीर यही बयान करती है»
अक्टूबर माह देश में विशेष रूप से गाँधी जयंती के लिए जाना जाता हैं. पिछले सौ वर्षों से भी अधिक समय से वे देश-»
दक्षिणी कैरोलीना की पूर्व गवर्नर भारतीय मूल की रिपब्लिकन नेता निक्की हेली ने गत 14 फरवरी को 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति»
दक्षिण सिनेमा की अभिनेत्री अमला पॉल ने एर्नाकुलम(केरल) के तिरुवैरानिकुलम महादेव मंदिर में प्रवेश करने से रोकने तथा»
हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि यह बुनियादी तालीम देश के वातावरण में से पैदा हुई है और देश की जरूरतों को पूरा कर सकती है । य»
‘भारत छोड़ो आंदोलन’ को समग्रता में देखेंगे तो पता चलेगा कि नौसेना विद्रोह उसका विस्तार था। वह अंग्रेजों के ल»
1879 के आर्म्स एक्ट का विरोध करते हुए मद्रास कांग्रेस अधिवेशन के समय बिपिन चंद्र पाल ने कटाक्ष किया था, “मैं आश्वस»
भगवान बुद्ध ने कहा है, “हीनभाव ही श्रेष्ठता का दावेदार बनता है. जो श्रेष्ठ हैं, उन्हें तों अपने श्रेष्ठ होने का पत»
सृष्टि में असीम आनंद का वातावरण हैं. वसंत की उत्फुल्लता चहुं ओर दृष्टिगोचर हो रही हैं. ऋतुओं के संधिकाल का यह महापर्व अप»
नवगठित उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल में दानिश आजाद अंसारी को शामिल किया गया. एक ऐसी पार्टी जिस पर मुस्लिम विरोधी होन»
सिद्धांतविहीन अवसरवादिता भारतीय राजनीति का कोढ़ हैं. इसी का एक पहलू राजनीतिक दल-बदल होता है. वास्तव में ये वैचारिक प्रतिब»
मंगलवार को दिन भर ये खबर छाई रही कि केंद्र सरकार के निर्देश पर भारत में ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कार्पोरेशन यानी बीबीसी जो»