जरूरी है बीबीसी पर नकेल
भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले का नया शोर शुरू है क्योंकि बीबीसी वित्तीय अनियमितता की जाँच का सामना कर रहीं ह»
भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमले का नया शोर शुरू है क्योंकि बीबीसी वित्तीय अनियमितता की जाँच का सामना कर रहीं ह»
जनजातीय यानी देश के आदिवासी-वनवासी समुदायों ने भोपाल में मतांतरित लोगों को सरकारी नौकरी, छात्रवृत्ति में आरक्षण,»
पुलित्ज़र एवं नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अमेरिकी उपन्यासकार टोनी मॉरिसन लिखती हैं, “निराश होने के लिए समय नहीं ह»
हीगेल के अनुसार, “चेतना सार्वभौमिक एवं अनश्वर है. प्रत्येक युग की ऐतिहासिक घटनाएं चेतना द्वारा प्रभावित होती हैं.&»
लोकनायक जयप्रकाश नारायण– “शायद आपको मालूम हो, श्री सुभाषचंद्र बोस ने शोनान (सिंगापुर) में एक अस्थाई स्वतंत»
कौन से उद्योग शहरों में सरलतापूर्वक सिखाए जा सकते हैं? मेरे पास तो उत्तर तैयार ही है । मैं जो चाहता हूँ, वह तो गाँव की त»
जर्मन दार्शनिक शोपेनहावर ने इच्छाशक्ति द्वारा दुःखों से मुक्ति की कल्पना की है. वे चाहते हैं कि मानव, मानव का सहभोक्ता ह»
श्रीयुत मा.गोलवलकर (गुरूजी) ने सांप्रदायिकता के विविध स्वरुपों की विवेचना की है. इसमें हिंदू समाज की जीवनधारा के विरुद्ध»
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने एक बार कहा था, “पत्रकारिता कोई पेशा नहीं, यह जन सेवा का माध्यम है. लोकतांत»
आमतौर पर नई तालीम का अर्थ किया जाता है- उद्योग द्वारा शिक्षा देना। लेकिन यह कुछ अंश तक ही ठीक है । नई तालीम की जड़ इससे»
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के तहत हर वित्तीय वर्ष की शुरुआत से पहले सरकार को संसद में केंद्रीय बजट या बजट पेश करना ज»
[ एक बार भंगी बस्ती, नई दिल्ली की एक सायंकालीन प्रार्थना में एक भजन गाया था। उसमें गांधीजी को अपने स्वतंत्र भारत की मूलभ»
जी 20 का गठन वर्ष 1999 के दशक के अंत में वित्तीय संकट की पृष्ठभूमि में किया गया था | उस समय विशेष रूप से पूर्वी एशिया और»
आज संसार में दो प्रकार की विचारधाराएँ प्रचलित हैं । एक विचारधारा जगत् को शहरों में बाँटना चाहती है और दूसरी उसे गाँवों म»
हमारे गाँवों की सेवा करने से ही सच्चे स्वराज्य की स्थापना होगी । अन्य सब प्रयत्न निरर्थक सिद्ध होंगे।अगर गाँव नष्ट हो जा»
हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है | हिंदी को हिंदुस्तान में अभी तक राष्ट्रभाषा का दर्जा नहीं»
2022 में 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से पहले और उसके बाद उर्वरकों की वैश्विक कीमतें आसमान छू रही थीं।वे तब से क»
”स्वराज्य’ एक पवित्र शब्द है; वह एक वैदिक शब्द है, जिसका अर्थ आत्म शासन और आत्म-संयम है। अंग्रेजी शब्द ̵»
अपने यहां वैज्ञानिक रुझान की कमी बताने वालों की भीड़ बढ़ती जा रही है। विज्ञान के इन अंध समर्थकों को लगता है कि जैसे विज्ञा»