गुनाह कबूलती महुआ मोइत्रा
तृणमूल कांग्रेस से लोकसभा की सांसद महुआ मोइत्रा मामले की जांच विधिवत शुरू हो गई है। लोकसभा की आचार समिति के समक्ष भाजपा»
तृणमूल कांग्रेस से लोकसभा की सांसद महुआ मोइत्रा मामले की जांच विधिवत शुरू हो गई है। लोकसभा की आचार समिति के समक्ष भाजपा»
मुंबई की टैक्सी, जो अब लुप्त हो जायेगी, के साथ भारत में विरोध की राजनीति का एक ऐतिहासिक अनुच्छेद भी खत्म हो जाएगा। इस»
कामसूत्र पर साधु समाज में चर्चा ! अथवा निजी पूंजी की श्रेष्ठता पर माओवादी सभा में गोष्ठी ! क्या अभिप्राय होता ? ठीक ऐसा»
राहुल गांधी तब (मार्च 1971) मात्र नौ माह के शिशु थे। उनकी दादी इंदिरा गांधी पांचवीं लोकसभा का आम चुनाव लड़ रही थीं। यह द»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा है, ‘भारतीय संस्कृति के इन दो शब्दों-वसुधैव कुटुंबकम् में एक गहरा दार्शनिक विचार समाहि»
भारत में अफगन-तालिबानियों के हमदर्दों के लिए खास खबर। दो दिन बीते (29 जुलाई 2023) इस हैवानी जमात ने शहर हेरात के चौराहे»
अपने अज्ञातवास क़े समय एक बार लेनिन पेरिस (फ्रांस) की सड़कों पर टहल रहे थे. वे बहुत भूखे थे और उनके पास पैसे भी नहीं थे. ए»
यह फसाना (दास्तां) है दो विश्वास मत वाले प्रस्तावों की। दोनों घटनाओं में पंद्रह साल का फासला है। महीना वही जुलाई (22 जुल»
बेजान होती सोनिया-कांग्रेसी विपक्ष की सांसे लौट आयीं। श्रेय जाएगा असमिया लोकसभाई गौरव गोगोई को। इस 40-वर्षीय युवा कांग्»
भाजपायी अत्यंत प्रफुल्लित हो रहे होंगे। उनकी किस्मत से सोनिया-कांग्रेस के छीकें में सूराख पड़ गई। फूटना शेष है। बेंगलुर»
प्रेमी जन हेतु आज का दिन संताप का है, संत्रासवाला भी। मगर वैज्ञानिकों के लिए कीर्तिमान है, यशस्वी भी। आज ही के दिन (20»
समाचार और प्रचार में घर्षण का मसला मुद्दतों से चला आ रहा है। मीडिया जगत में यह सुर्खियों तथा विज्ञापन के आकार में चर्चित»
एक दौर होता था उसका भी कभी। आतुरता से उसका इंतजार था। उत्कंठा भरा। उतावलेपन की हद तक। व्याकुलता समाए। तब अभिसार फिर परिर»
कार्ल आर. पापर ने अपने लेख ‘द पावर्टी ऑफ हिस्टारिसीज्म’ में लिखा है, इतिहास का कोई अर्थ नहीं होता, क्योंकि इ»
गत दिनों एक संक्षिप्त समाचार, नन्हा सा, मगर राष्ट्र के हित में विशद, दब गया, ओझल ही रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अम»
यह दास्तां है एक ब्रिटिश अभिनेत्री की जिसने न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित ब्राडवे थ्येटर में पुरुष की भूमिका निभाई और पुरस्कार»
स्वामी दयानंद सरस्वती ने सत्य पर प्रकाश डाला। एक पुस्तक बनाई। वह सत्यार्थ प्रकाश है। महात्मा गांधी ने अपनी आत्मकथा को स»
रोम का एक मीडिया सामंत (नवाब) था सिल्वियो बर्लुस्कोनी। तीन विशाल टीवी चैनल और कई समाचारपत्रों का एक छत्र मालिक, सिनेमा क»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नई खोज कराई है। उसका संबंध महात्मा गांधी से है। जिस ऐतिहासिक घटना को भुला दिया गय»