शंघाई सहयोग संगठन की विफलताएँ और आंतरिक कमज़ोरियाँ
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन या शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में चीन और रूस ने की थी जिसके सदस्यों में अब कज़ाकिस्तान,»
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन या शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में चीन और रूस ने की थी जिसके सदस्यों में अब कज़ाकिस्तान,»
इंस्टीट्यूट फार कांफ्लिक्ट मैनेजमेंट के अनुसार, नेशनल रिजिस्टेंस फ्रंट(NRF) से संघर्ष में 904 तालिबान लड़ाके मारे गए। 15»
इमरजेंसी के इतिहास में 25 जून, 1975 का दोहरा महत्व है। दोहरा इसलिए कि एक तरफ प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी‘परिवार की तानाशाह»
भारत का हर सजग नागरिक यह तो भलीभांति जानता है कि राजनीतिक नेताओं और पत्रकारों की गिरफ्तारियां पहले ही शुरू हो गई। इमरजें»
कांग्रेस और विपक्ष के उनके साथी दल चुनाव अभियान के दौरान अपने झूठे प्रचार से लोगों को भ्रमित कर रहे थे। वे इस बात का झू»
कांग्रेस के राजकुमार एवं भारतीय जनतन्त्र पर जबरन मुसल्लत किये गये राहुल गाँधी और उनके नेतृत्व में विपक्ष लगभग दो वर्षों»
पुपुल जयकर इंदिरा गांधी की मित्र थीं। अपनी विदेश यात्रा पर जाने से पहले जून, 1975 के पहले हफ्ते में उनसे मिली। उनमें बात»
अत्यंत सचेत हो गया है सुप्रीम कोर्ट लोकसभा चुनाव के विषय में।17 मई 2024को प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने निर्वाचन»
लोकसभा का यह आम चुनाव भविष्योन्मुखी है। कैसे और क्यों? यही जानने का विषय है। इससे पहले के ज्यादातर चुनाव अतीत की»
लोकसभा चुनाव – 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी समेत अनेक क्षेत्रीय दलों से आए»
प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू रामा राव अपने दौर के»
पुरानी पुस्तकों और प्राचीन इमारतों को पसंद करने वाले हर व्यक्ति को यह खबर अच्छी लगेगी। संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक»
हरिशंकर परसाई लिखते हैं, ‘दिवस कमजोर का मनाया जाता है, जैसे महिला दिवस, अध्यापक दिवस, मजदूर दिवस. कभी थानेदार दिवस»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को ‘जम्मू और कश्मीर के लिए विकास, लोकतंत्र और गरिमा’ प्रदान करने वा»
मुंबई मीडिया अत्यंत रोचक हो जाती है जब शिवसेना के शिंदे तथा ठाकरे धड़ों की जुगलबंदी को खबर बनाकर छापा जाता है। गाली-गुफ्त»
कृष्ण जन्मभूमि मंदिर (मथुरा) का जवाहरलाल नेहरू से अटल बिहारी वाजपेयी तक कोई भी दर्शन करने कभी भी नहीं गया। एक मात्र प्रध»
हर बुद्धिकर्मी को क्लेश और पीड़ा होगी दिल्ली के पुरातनतम पुस्तकालय (हरदयाल म्यूनिसिपल पब्लिक लाइब्रेरी) की दुर्दशा के»
बड़ा जटिल और विषम है सहमत होना प्रधान न्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड़ की राय से कि वकील भी डॉक्टर की भांति किसी की मदद करने से»
अवंतिका सम्राट विक्रमादित्य से लेकर गोरखधाम पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ तक बीस सदियां और आठ दशक बीते। अब मोक्षपुरी अयोध्य»