कुंभ महापर्व का वैज्ञानिक आधार
हिंदू समाज के पर्व उत्सवों आदि के पीछे ठोस वैज्ञानिक आधार होता है। युगों-युगों से समाज को अनुप्रमाणित कर रहे कुंभ पर्व क»
हिंदू समाज के पर्व उत्सवों आदि के पीछे ठोस वैज्ञानिक आधार होता है। युगों-युगों से समाज को अनुप्रमाणित कर रहे कुंभ पर्व क»
‘आमि सेइ दिन होबो शांत, जबे उत्पीड़ितेर क्रंदन-रोल आकाशे बातासे ध्वनिबे ना, अत्याचारीर खड्ग कृपाण भीम रणभूमे रनिबे»
क्या सुप्रीम कोर्ट ने इमरजेंसी में संशोधित उद्देशिका के दो शब्दों को मंजूरी दे दी है? ये दो शब्द हैं, समाजवाद और सेकुलरि»
गांधीजी के राजनीतिक उत्तराधिकार पर अनेक दावेदारियां रही हैं। इस प्रश्न पर हमेशा बहस होती रही है। वह आज भी है। इस»
रूस का कजान शहर इस समय चर्चा में है। इसके दो कारण हैं। एक, वहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन संपन्न हुआ। दो, जहां प्रधानमंत्री न»
ब्राज़ील, रूस, इंडिया, चाइना और साउथ अफ़्रीका के गुट को ब्रिक्स कहा जाता था, लेकिन इस साल जनवरी में इस समूह का विस्तार ह»
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन या शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में चीन और रूस ने की थी जिसके सदस्यों में अब कज़ाकिस्तान,»
इंस्टीट्यूट फार कांफ्लिक्ट मैनेजमेंट के अनुसार, नेशनल रिजिस्टेंस फ्रंट(NRF) से संघर्ष में 904 तालिबान लड़ाके मारे गए। 15»
इमरजेंसी के इतिहास में 25 जून, 1975 का दोहरा महत्व है। दोहरा इसलिए कि एक तरफ प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी‘परिवार की तानाशाह»
भारत का हर सजग नागरिक यह तो भलीभांति जानता है कि राजनीतिक नेताओं और पत्रकारों की गिरफ्तारियां पहले ही शुरू हो गई। इमरजें»
कांग्रेस और विपक्ष के उनके साथी दल चुनाव अभियान के दौरान अपने झूठे प्रचार से लोगों को भ्रमित कर रहे थे। वे इस बात का झू»
कांग्रेस के राजकुमार एवं भारतीय जनतन्त्र पर जबरन मुसल्लत किये गये राहुल गाँधी और उनके नेतृत्व में विपक्ष लगभग दो वर्षों»
पुपुल जयकर इंदिरा गांधी की मित्र थीं। अपनी विदेश यात्रा पर जाने से पहले जून, 1975 के पहले हफ्ते में उनसे मिली। उनमें बात»
अत्यंत सचेत हो गया है सुप्रीम कोर्ट लोकसभा चुनाव के विषय में।17 मई 2024को प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने निर्वाचन»
लोकसभा का यह आम चुनाव भविष्योन्मुखी है। कैसे और क्यों? यही जानने का विषय है। इससे पहले के ज्यादातर चुनाव अतीत की»
लोकसभा चुनाव – 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी समेत अनेक क्षेत्रीय दलों से आए»
प्रख्यात संपादक, जानेमाने स्वाधीनता-सेनानी और प्रथम संसद (राज्य सभा) के सदस्य (1952), श्री कोटमराजू रामा राव अपने दौर के»
पुरानी पुस्तकों और प्राचीन इमारतों को पसंद करने वाले हर व्यक्ति को यह खबर अच्छी लगेगी। संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक»
हरिशंकर परसाई लिखते हैं, ‘दिवस कमजोर का मनाया जाता है, जैसे महिला दिवस, अध्यापक दिवस, मजदूर दिवस. कभी थानेदार दिवस»