लोक चर्चा

वेद-शास्त्र दीप को निर्जीव नहीं, ‘देवता’ कहते हैं

दीपावली अमर उत्सव है। यह सनातन है। दीपावली की रात्रि सुंदर है। कहीं धूल-धक्कड़ नहीं, कीच- कचरा नहीं, बाहर-भीतर, जमीन-आसमा»