अंबेडकर की मूर्ति हटेगी ! तमिल के न्यायिक परिसर से !!
मद्रास हाईकोर्ट की संपूर्ण पीठ (57 न्यायमूर्तिजन) ने निर्दिष्ट किया है कि तमिलनाडु तथा पुडुचेरी के कोर्ट परिसरों से डॉ.»
मद्रास हाईकोर्ट की संपूर्ण पीठ (57 न्यायमूर्तिजन) ने निर्दिष्ट किया है कि तमिलनाडु तथा पुडुचेरी के कोर्ट परिसरों से डॉ.»
भोले शिवशंकर की नगरी काशी के ज्ञानवापी विवाद पर न्यायिक निर्णय कल (21 जुलाई 2023) आ गया। जिला न्यायधीश डॉ. अजय कृष्ण वि»
आतंकी विषय-वस्तु पर एक नई फिल्म “बहत्तर हूरें” नई दिल्ली के जेएनयू (नेहरू विश्वविद्यालय) में कल (मंगलवार, 4 जुलाई 2023)»
अगर भारत के बीसों विपक्षी दलों, मुख्यतया सोनिया-कांग्रेस पार्टी, में बौद्धिक हिम्मत, सियासी सदाशयता, नैतिक दृढ़ता और»
इस समय, जब पूरब के एक छोर का छोटासा देश, ‘पापुआ न्यू गिनी’ गहरी निद्रा मे हैं, वहां के एक फोटो ने सारे भारत»
जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक श्रीनगर में सोमवार से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो रही है। समूह की बैठक»
उदारमना हिंदुओं का कर्तव्य है कि धन्नीपुर मस्जिद (अयोध्या) के लिए तुरंत मदद करें। दरियादिली से दान दें। दानशील कभी भी नि»
सर्वाधिक विलक्षण वाकया हुआ था गत शनिवार (6 मई 2023) कर्नाटक के मतदान में। तब दोनों प्रतिद्वंदी पार्टियों ने एक ही ईश्वर»
दांत अब केवल मानव अंग ही नहीं हैं। वरन भारतीय साक्ष्य अधिनियम (Indian Evidence Act 1872) के तहत एक सबूत भी मान्य है। मुं»
दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के बीच आधिकारिता विवाद पर उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को अहम फैसला सुनाया.राष्ट्रीय राजधा»
अमेरिका की राजनीति में नया मामला चर्चा में है. न्यूयार्क की एक अदालत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ल»
मोदी-जैकेट कर्नाटक चुनाव से ज्यादा मशहूर हो गया है। कारण ? कांग्रेस अध्यक्ष मापन्ना मलिकार्जुन खड़गे ने बताया (कलबुर्गी क»
बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर उठा विवाद अब तूल पकड़ने लगा है. इसके विरोध में सुप्रीम कोर्ट म»
हाई सिक्योरिटी जेलों के अंदर कैद में बंद कोई अपराधी अगर किसी भी प्रकार के अपराध को अंजाम देता है, तो हालात देश के सिस्टम»
अन्ना आंदोलन की पृष्ठभूमि से ईमानदारी का तमगा लेकर उभरे आम आदमी पार्टी की भ्रष्टाचार कथा लंबी होती जा रही है. इस कथा में»
सर्वोच्च अदालत को निर्मित और प्रचिलित कानूनों को सुधारने का अधिकार भले ही हो, पर विकृत करने का हक कतई नहीं है। क्या लि»
स्कर्ट अथवा सलवार-कुर्ता ही महिला खिलाड़ी के लिए दस्तूरी लिबास रहे हैं। अब नहीं। इस नियम, बल्कि यकीन को तोड़कर कल (19»
बल्कि यह किस्सा है एक माता और दो वालिदाओं का। इनमें सर्वप्रथम परखें बेगम खुशनुदा को। उन्हें हार्दिक सलाम ! अपने बेटे गुल»
सीमांत ग्राम किबिथु (अरुणाचल) से करीब 800 किलोमीटर दूर राजधानी गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के पलाशबारी और सुआलकुची तट»