वीर सावरकर को जानें -2
पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव में कर लेने के पश्चात् वे उच्चशिक्षा हेतु अपने बड़े भाई के साथ नासिक चले आए। नासिक में विना»
पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई गांव में कर लेने के पश्चात् वे उच्चशिक्षा हेतु अपने बड़े भाई के साथ नासिक चले आए। नासिक में विना»
1857 के स्वातंत्र्य संग्राम में प्रचंड आघात के फलस्वरूप भारत में कंपनी सरकार के पैर उखड़ गए। 7 नवंबर, 1885 ई. से रानी विक»
अध्यक्ष महोदय, विद्यार्थिगण, भाइयों और बहनों, हमें आचार्य महाराज ने याद दिलाया है कि कांग्रेस ने कलकत्ते में लोगों से ज»
आज जो युद्ध चल रहा है, बहुत कम लोग उसके महत्व को जानते होंगे। एक सज्जन ने मुझसे पूछा है कि ‘‘हम जो कार्य कर रहे हैं क्या»
मद्रास में व्यवस्था और अनुशासन संबंधी अपने अनुभवों के विषय में, मैं लिख ही चुका हूं। रूहेलखंड के दौरे में, मैं भ»
कुछ दिन पहले, बातचीत के दौरान, मेरे एक मिशनरी मित्र ने पूछ लिया कि यदि भारत वास्तव में आध्यात्मिक रूप से काफी आगे बढ़ा हु»
मुझे खुशी है कि आप सब लोग चाहते हैं कि मैं प्रार्थना के अर्थ और उसकी आवश्यकता के बारे में कुछ कहूं। मैं मानता हूं कि प्र»
मैंने यह जो इतनी परीक्षा ली, इसका कारण यह है कि आपकी प्रशंसा मैंने बहुत सुनी थी और अब मैं जो कुछ कहने जा रहा हूं,»
जिन लड़कों का अभी आपसे परिचय करवाया गया, वे मेरे मित्र और साथी कार्यकर्त्ता, स्वर्गीय मोहम्मद काछलिया के पौत्र है»
गांधी जी ने गुजरात महाविद्यालय के उद्घाटन के अवसर पर भाषण दिया। यह भाषण गुजराती में था। गांधी जी के इस भाषण को गुजराती न»
आज जो युद्ध चल रहा है, बहुत कम लोग उसके महत्व को जानते होंगे। एक सज्जन ने मुझसे पूछा है कि ‘‘हम जो कार्य कर रहे हैं क्या»
गांधी जी ने 20 अक्टूबर 1920 को यंग इंडिया में एक लेख लिखा। इस लेख के जरिए गांधी जी ने प्रशिक्षित स्वंसेवकों की आवश्यकता»
गांधी जी ने गुजराती के नवजीवन, 3-10-1920 अंक मेंं असहयोग पर लिखा। इस लेख के इस वाक्य से इसका सार समझ सकते हैं।अगर शिक्षक»
गांधी जी ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय उद्घाटन समारोह में 4.2.16 को दिया। गांधी जी का यह यादगार भाषण हमारे लिए एक राह दि»
नृपेन्द्र मिश्र से अपरिचित तो शायद ही इस समय कोई होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वे प्रमुख सचिव थे। यह उनका पुराना प»
विचार में शक्ति संकल्प से आती है। आजादी के अमृत महोत्सव का संकल्प वैसा ही है, जैसा महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह का था।»
कोराना की दूसरी लहर में हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए? यह प्रश्न इसलिए है क्योंकि राजनीतिक नेतृत्व इस संकट में भी अपनी स»
पूरी दुनिया में भारत की पहचान धर्म के आधार पर बनी है। भारत की पहचान यहाँ जन्में अवतारों के कारण बनी है। इससे बढ़कर भगवान»
अयोध्या पर्व की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि रामलला का मुकदमा हम जीत गए। जब पिछले साल अयोध्या पर्व शुरू हुआ था तो किसने सोच»