इंडियन एक्सप्रेस के दो लेख
इंडियन एक्सप्रेस के लिज मैथ्यू और घनश्याम तिवारी ने 10 अगस्त को अलग-अलग विषय पर लेख लिखा है। दोनों पत्रकारों को»
इंडियन एक्सप्रेस के लिज मैथ्यू और घनश्याम तिवारी ने 10 अगस्त को अलग-अलग विषय पर लेख लिखा है। दोनों पत्रकारों को»
गुलाम नबी आजाद कांग्रेस में एक राजनीतिक देवदूत थे। कांग्रेस से एक राजनीतिक देवदूत का जाना कांग्रेस के लिए शुभ संकेत नहीं»
अन्ना आंदोलन तक भ्रष्टाचार से मुक्ति के आंदोलनों की एक श्रृंखला है। अफसोस की बात है कि इन आंदोलनों से जो निकले उनमें कई»
मैं सिंध के एक वैष्णव परिवार से संबंधित हूं। हम लोग वल्लभ संप्रदाय के पुष्टि मार्ग के हैं। संप्रदाय के सबसे बड़े पुजारी क»
जो हथकंडा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने घोटाले की जांच से बचने के लिए अपनाया था, वही हथकंडा नेशनल हेराल्ड मामले में सोन»
परिस्थितियां होती हैं। इसका कारण है। इतना केवल बताकर मैं अपना भाषण पूरा करूंगा। आप यह समझ लीजिए कि यह प्रकृति का नियम है»
संविधान सभा में ग्राम पंचायत पर हुई बहस को पढ़ने के बाद अनेक भ्रम दूर हो जाते हैं। उस बहस में करीब 50 सदस्यों ने भाग लिय»
जब कोई बड़ा संकट आ जाता है तो जल्दी में कुछ रास्ता नहीं निकलता। एक उदाहरण मेरे सामने आता है। लहर है। समय-समय पर हर देश मे»
जब संविधान की बात करते हैं तो हमें यह समझना होगा कि संविधान बनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका किसकी थी। संविधान सभा में स»
सेक्रेटरी आफ स्टेट एमरी ने 16 जून 1945 को हाउस आफ कामंस में कहाकि हमने भारत छोड़ने का निर्णय कर लिया है। इसके लिए हमें व»
कांग्रेस ने संविधान सभा के लिए अभियान चलाया। हर मंच से मांग की। 19 नवंबर 1939 को गांधी जी ने हरिजन में लिखा कि अगर वयस्क»
परिस्थितियां आती हैं, हर चीज का इलाज एकदम नहीं होता। परिस्थितियों का इलाज होता है। इसको समय लगता है और इतने समय तक धीरज»
हमें यह जानना चाहिए कि संविधान की रचना का विचार कैसे पैदा हुआ और कब हुआ। कांग्रेस ने सबसे पहले मई 1934 में संविधान सभा क»
डा. राम मनोहर लोहिया कहते थे कि अंग्रेजों के बनाए प्रशासन तंत्र को हम जैसा का तैसा चला रहे हैं। 1909 में गांधी जी ने भी»
किंतु अब दूसरी भी बात है, मैंने प्रारंभ में कल एक बात कही थी। मैं रिमाईंड कराना चाहता हूं, यहां आप लोग बैठे हैं। एक रास्»
हिन्दू को एक पंथ तक सीमित करना और हिन्दुओं को बांटने की अंग्रेजों की चाल को हमारे महापुरूषों ने न समझा हो ऐसा नही है। अन»
अंग्रेजों ने अंग्रेजी शिक्षित वर्ग की सोच बदलने के लिए आर्य जाति के सिद्धांत का खूब उपयोग किया। सर हेनरी मेन का एक भाषण»
अब यह हिंदू मानसिकता को समझ कर आगे चलना है और पंजाब के बारे में भी यही लागू है। अब इस समस्या के बारे में हम पहले समझ लें»
विभाजन के बाद 55 करोड़ रुपये जब पाकिस्तान को देने का सवाल आया। सारे गांधी जी से नाराज हुए। अखबारों ने गांधी जी के खिलाफ ल»