भारतीय समाज को राष्ट्रीय समाज के रूप में विकसित नहीं कर पाए

संविधान सभा ने हमारे दो राष्ट्रीय लक्ष्यों की उपेक्षा कर दी- जीवन दर्शन और राष्ट्रीयता। इसका कारण यह है कि वीएन राव जो स»

कांग्रेस के दो नारे ‘1935 का एक्ट नहीं चाहिए’ और ‘वयस्क मताधिकार पर संविधान सभा चाहिए’

कांग्रेस ने संविधान सभा के लिए अभियान चलाया। हर मंच से मांग की। 19 नवंबर 1939 को गांधी जी ने हरिजन में लिखा कि अगर वयस्क»

परिस्थितियों का इलाज धैर्य से होता है-दत्तोपंत ठेंगड़ी

परिस्थितियां आती हैं, हर चीज का इलाज एकदम नहीं होता। परिस्थितियों का इलाज होता है। इसको समय लगता है और इतने समय तक धीरज»