विवेचना

स्वदेशी, स्वावलंबन और राजव्यवस्था में गाँधी का चिंतन और व्यक्तित्व : श्री रामबहादुर राय

विभाजन और गाँधी जी — मुझे ऐसा लगता है कि महात्मा गांधी जिन परिस्थितियों में यहाँ आए वह बहुत भीषण थीं, दुःखदायी थीं»