लोकतंत्र और मीडिया के रिश्तों की पड़ताल
आधुनिक लोकतंत्र और संचार माध्यमों के बीच परस्पर सहयोग और टकराव का इतिहास यह सिद्ध करता है कि अभिव्Ȁ»
आधुनिक लोकतंत्र और संचार माध्यमों के बीच परस्पर सहयोग और टकराव का इतिहास यह सिद्ध करता है कि अभिव्Ȁ»
सेना में शामिल होना स्वैच्छिक होता है अगर कोई शामिल होना चाहता है तो अपनी इच्छा से शामिल होता है |सेना कोई कंपनी या रोजग»
धीरूभाई शेठ समाजशास्त्रियों में गौरीशंकर की ऊंचाई वाले थे। उतने ही पवित्र थे जितना कि हिमालय की यह चोटी है। उतने ही निर्»
हम लोग जिस परंपरा को मानने वाले हैं उस परंपरा में मिथिला धीर बालिका को शिथिल न होने देने की परवाह है। हमारे पूर्व आचार्य»
भारत में रामराज्य की जो परिकल्पना है उसमें सबसे प्रमुख बात न्याय की आती है। क्योंकि रामराज्य की बात कहने पर एकमात्र घटना»
मर्यादायें सोच समझ कर विवेक को कसौटी पर कस कर समाज और मनुष्य की आवश्कताओं को परख कर बनाई जाती है, स्थापित की जाती है और»
प्रभाष जोशी जी पुण्य तिथि 5 नवंबर को है। इस बार पुण्य स्मृति में ‘प्रभाष जी की पत्रकारिता ‘विषय पर प्रो. सु»
महात्मा गांधी से बड़ा पत्रकार कोई नहीं। गांधी जी ने छः पत्रिकाओं का संपादन किया। रोज अखबारों में लिखते थे। अपनी लेखनी से»
गांधी की पत्राकारिता पर हम लोग बात करने जा रहे हैं। पहले तो मैं आप लोगों से सवाल पूछता हूं कि गांधी की पत्राकारिता को क्»
अयोध्या अद्भुत है। विष्णु लोक सदृश्य है। अयोध्या अजेय है। यह रहस्य और रोमांच से भरी है। यहां की माटी कुछ अलग है। सृजन इस»
कोई पूछता तो देवरहा बाबा के मुंख से यही वाक्य निकलता था कि ‘भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा। इसमें कोई दुविधा नहीं है।’ उन»
इतिहास के संघर्ष का सुफल वर्तमान की चौखट पर है। भारत की लोकचेतना के राम का मंदिर बनने जा रहा। यह क्षण एक दिन में नही आया»
सर्वोदय विचार के गांधीवादी परिवार में श्री अभय बंग का जन्म हुआ। वर्धा, महाराष्ट्र में ठाकुरदास और सुमन ब»
कोरोना के चलते देश में भर में चल रहे लॉकडाउन के कारण जहां सोशल मीडिया और इंटरनेट का उपयोग काफी बढ़ा है वहीं, इसको लेकर अ»
कोरोनो वायरस इंसानों में कैसे पहुंचा यह अब भी शोध का विषय बना हुआ है। भारतीय वैज्ञानिक मानते हैं कि चमगादड़ों में पाया ज»
वरिष्ट पत्रकार जवाहरलाल कौल को जनसत्ता से रिटायर हुए करीब एक दशक हो चुकें हैं, लेकिन उनकी कलम अभी रिटायर नही हुई। बल्कि»
इसाबेल हॉफ्मायर आजकल खबरें बिजली की गति से चलती हैं। यह पत्रकारिता पाठक की आंख से होते हुए सीधे उसकी जेब में उतरना चाहती»
सुभाष झा सोशल मीडिया मतदाता के व्यवहार को प्रभावित करता है। उस पर जो कुछ चल रहा होता है, उससे वह अपनी एक राय बनाता है। म»
‘गांधी की पत्रकारिता’ पुस्तक अंश इंगलैंड जाने से पहले गांधी एक सामान्य जिज्ञासु विद्यार्थी थे। इंगलैंड वे पत»