अनंत प्राकृतिक एवं सभ्यतागत संसाधनों से मंडित भारत

आनादिकाल से भारत भूमि एवं भारतीय सभ्यता परमात्मा की विशिष्ट कृपा की पात्र रही है। यह राष्ट्र अनंत प्राकृतिक एवं सभ्यतागत»