समाजवादी तब श्रमजीवी होते थे ! मई दिवस पर चंद स्फुट खयाल !!
आज सुबह हम मेहनतकशों की होली रही। दिवाली थी शाम को। विश्व मई (श्रमिक) दिवस है : मई माह की पहली तारीख। मगर दौर और हाल»
आज सुबह हम मेहनतकशों की होली रही। दिवाली थी शाम को। विश्व मई (श्रमिक) दिवस है : मई माह की पहली तारीख। मगर दौर और हाल»
इस वर्ष के 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने कहा»
विश्वभर में श्रमिकों के सम्मान को समर्पित को मई दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष होता है. इसी उपलक्ष में 1 मई को श्रमिक दिवस या म»
तुम्हें याद है आज से डेढ़ साल पहले हमने तय किया था कि साल का एक दिन अमेरिकी मज़दूरों को समर्पित किया जाये, एक दिन जो हमारा»
मैं एक ऐसी धरती का सपना देखता हूँ जहाँ आदमी आदमी से घृणा नहीं करे जहाँ धरती प्रेम के आशीर्वाद से पगी हो और रास्ते शान्ति»
भारत के गृहमंत्री अमित शाह की यात्रा से अरूणाचल प्रदेश पुनः अखबारों की सुर्खियों में है। वे दो दिवसीय अपनी यात्रा पूरी क»
भाजपाइयों में व्यंगबोध ओझल हो रहा है। कल (27 अप्रैल 2023) जब कर्नाटक चुनाव अभियान में कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे न»
मनीषी हजारी प्रसाद द्विवेदी आज अगर होते, तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात को 21वीं सदी की सांस्कृतिक क्रांत»
भारी कौन है ? भाजपा अथवा उसका सांसद बृजभूषण शरण सिंह ? फिलहाल पार्टी उन्नीस पड़ती नजर आ रही है। एक बार भाजपा ने उन्हें नि»
टाइबर नदी पर दो हजार साल पहले रोमन सम्राट नीरो द्वारा बनवाये गए पुल, जिसके अवशेष पानी में डूबे रहते है, इस बार नदी के सू»
प्रकाश सिंह बादल को इतिहास सदैव याद रखेगा। खासकर आपातकाल (1975-77) के तीव्रतम विरोधी के रोल में। उनका शिरोमणि अकाली दल त»
भारत के बौद्धिक-राजनीतिक जगत में जिस तरह विमर्श का स्तर गिरा है, उसने गंभीर चिंतन एवं वैचारिकी की शून्यता पैदा कर दी है.»
पाकिस्तान हमेशा से ही अपने इस मशहूर पत्रकार की मौत चाहता रहा। कल ( 24 अप्रैल 2023 ) तारेक फतेह चले गए। कैंसर से रुग्ण थे»
वर्तमान समय में देश वैचारिक संघर्ष के संकट से गुजर रहा है. ये संघर्ष वास्तविक पंथनिरपेक्षता और तुष्टिकरण के मध्य, कट्टर»
सर्वोच्च अदालत को निर्मित और प्रचिलित कानूनों को सुधारने का अधिकार भले ही हो, पर विकृत करने का हक कतई नहीं है। क्या लि»
पत्रकारिता के साथ इस यायावर जीवन में सबसे विश्वसनीय मित्र किताबें ही साबित हुई हैं. ऐसे ही दोस्तों की तलाश में दिल्ली के»
आदर्श गृहणी अमूमन तीन से बौखलाती है, इनसे उसे झल्लाहट होती है : अव्यवस्थित घर, आलसी पति और उत्पाती चूहा। चूंकि उत्तर प्»
इस्लामी तुर्की फिर से और उदार सेक्युलर गणराज्य हो सकता है। एक पखवाड़े बाद (14 मई 2023) राष्ट्रपति निर्वाचन होगा। इस पद क»
स्कर्ट अथवा सलवार-कुर्ता ही महिला खिलाड़ी के लिए दस्तूरी लिबास रहे हैं। अब नहीं। इस नियम, बल्कि यकीन को तोड़कर कल (19»