नागरिक की स्वतंत्रता तथा उसके नैसर्गिक अधिकारों की स्थिर गरिमा एवं मानव समाज में स्थापित शुचिता वे आधारभूत सिद्धांत है ज»
कांग्रेस और विपक्ष के उनके साथी दल चुनाव अभियान के दौरान अपने झूठे प्रचार से लोगों को भ्रमित कर रहे थे। वे इस बात का झू»
भारत विश्व का सर्वाधिक युवा देश है, जहाँ जनसंख्या का लगभग 66 फीसदी आबादी यानि 808 मिलियन लोग 35 वर्ष से कम आयु के हैं. ज»
कांग्रेस के राजकुमार एवं भारतीय जनतन्त्र पर जबरन मुसल्लत किये गये राहुल गाँधी और उनके नेतृत्व में विपक्ष लगभग दो वर्षों»
अगले साल 26 जून, 2025 को आपातकाल के पचास वर्ष पूरे हो रहे हैं। अगर पीछे मुड़कर इसे हादसे या दुर्घटना के रूप में देखें तो»
जी 7 यानी ‘ग्रुप ऑफ़ सेवेन’ दुनिया की तथाकथित सात ‘अत्याधुनिक’ अर्थव्यवस्थाओं की एक संस्था है जि»
पुपुल जयकर इंदिरा गांधी की मित्र थीं। अपनी विदेश यात्रा पर जाने से पहले जून, 1975 के पहले हफ्ते में उनसे मिली। उनमें बात»
सुशील मोदी पटना में जन्मे। वहीं पढ़ाई की। पढ़ाई के दौरान सच के लिए लड़ाई लड़ना सीखा। पढ़ाई छूट गई और जो लड़ाई छेड़ी, वह आजीवन च»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि जन-ंमन में आज अगर कोई आशंका है, तो वह क्या है? उसका ही उत्तर है,पूरे मंत्रिमंडल क»
लोकसभा चुनाव – 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी समेत अनेक क्षेत्रीय दलों से आए»
संविधान नियमों, अधिनियमों का संग्रहण या दस्तावेज मात्र नहीं होता. यह लोकतंत्र का प्राण तत्व है, उसकी जीवंतता आधार है. 26»
आज ही के दिन यंग इंडिया में गांधी जी ने आजादी के पहले पंचायतें शीर्षक से एक लेख लिखा था। पंचायतों को गांधी जी के नजरिए स»
अत्यंत सचेत हो गया है सुप्रीम कोर्ट लोकसभा चुनाव के विषय में।17 मई 2024को प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने निर्वाचन»
प्रसिद्ध आंचलिक उपन्यासकार फणीश्वरनाथ रेणु लिखते हैं, ‘जात क्या है ! जात दो ही हैं, एक गरीब और दूसरी अमीर.’»
लोकसभा का यह आम चुनाव भविष्योन्मुखी है। कैसे और क्यों? यही जानने का विषय है। इससे पहले के ज्यादातर चुनाव अतीत की»
देश में धार्मिक आधार पर आरक्षण को लेकर शुरू से ही बहस होती रही है। लोकसभा या विधानसभा चुनावों के दौरान सत्तापक्ष और विपक»
हेमंत शर्मा ने अपनी पुस्तक ‘राम फिर लौटे’ के जरिये रामतत्व, रामत्व और पुरुषोत्तम स्वरूप की विराटता से लोगों को प»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर, 2015 को अपने भाषण में कहा कि ‘सरकार का एक ही धर्मग्रंथ है-भारत का संविधान। देश सं»