गाँधी विद्या संस्थान में मनाया गया आपातकाल दिवस*

प्रज्ञा संस्थानदिनांक 26 जून 2023 को सुबह 11 बजे से इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी द्वारा गाँधी विद्या संस्थान, राजघाट के परिसर में लोकनायक जयप्रकाश पर आधारित व्याख्यान शृंखला के अन्तर्गत प्रथम व्याख्यान के रूप में आपातकाल एवं सम्पूर्ण क्रान्ति आन्दोलन की स्मृति में ‘आपातकाल एवं जेपी’ इस विषय के अन्तर्गत एक व्याख्यान सत्र का आयोजन किया गया। 
यह व्याख्यान इस रूप में भी विशेष था क्योंकि यह आईजीएनसीए क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी द्वारा गाँधी विद्या संस्थान के संचालन के परिप्रेक्ष्य में प्रथम कार्यक्रम का आयोजन था। कार्यक्रम के मुख्यवक्ता डाॅ॰ शरद धर शर्मा, सामाजिक बहिष्करण और समावेशी नीति अध्ययन केन्द्र, बीएचयू थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता  डाॅ॰ अनुराधा सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर इतिहास विभाग, सामाजिक विज्ञान संकाय, बीएचयू, वाराणसी ने किया। इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रो॰ अलका सिंह, प्राचार्या, वसन्त कन्या महाविद्यालय, वाराणसी थीं। कार्यक्रम के सम्मानित वक्ताओं एवं अतिथियों का स्वागत आईजीएनसीए क्षेत्रीय निदेशक डाॅ॰ अभिजित दीक्षित द्वारा किया गया।
केन्द्र की परम्परानुसार कार्यक्रम का शुभारम्भ आईजीएनसीए के शैक्षणिक सहयोगी डाॅ॰ त्रिलोचन प्रधान के मंगलाचरण के साथ हुआ। इसके पश्चात् कला केन्द्र के वरिष्ठ परामर्शदाता प्रो॰ विजयशंकर शुक्ल ने अपने सम्बोधन में स्वागत भाषण तथा विषय संकल्पना का प्रवर्तन किया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रो॰ अलका सिंह ने इस दिवस विशेष की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम एवं कला केन्द्र को गाँधी विद्या संस्थान के संचालन की जिम्मेदारी स्वीकार करने के लिये धन्यवाद दिया तथा केन्द्र द्वारा किये गये कार्यों की संस्तुति भी की।
इसके पश्चात् मुख्यवक्ता डाॅ॰ शरद धर शर्मा ने आपातकालीन इतिहास के विविध तथ्यों से परिचित करवाया। उन्होंने गुजरात में मोरारजी भाई देसाई के संरक्षण में प्रारम्भ हुए छात्र आंदोलन से लेकर बिहार आंदोलन की धमक एवं कोर्ट के निर्णय के साथ-साथ लोकनायक जेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व संभालने की पूरी पटकथा को बिंदुवार विश्लेषण अपने व्याख्यान में समाहित किया। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुये अध्यक्षीय सम्बोधन में इतिहास विषय की विशिष्ट विदुषी डाॅ॰ अनुराधा सिंह ने लोकनायक जेपी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के साथ सम्पूर्ण क्रान्ति के उनके योगदानों को अपनी ओजस्वी वाणी से प्रकाशित किया। डाॅ॰ सिंह जेपी की राजनीतिक एवं सामाजिक वैचारिक यात्रा का विशद विश्लेषण करने हुये अनेक अनछुये संस्मरणों को उद्घाटित किया। कार्यक्रम के अन्त में कला केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक डाॅ॰ अभिजित् दीक्षित ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
उक्त कार्यक्रम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न शोधार्थी एवं वसन्त कन्या महाविद्यालय की 50 से अधिक छात्राओं तथा नगर के गणमान्य अतिथियों तथा डाॅ. राजीव जायसवाल एवं वसन्त कन्या महाविद्यालय के अध्यापकों के साथ-साथ मीडिया बंधुओं ने सहभागिता की।

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