तुलसी पीठ के तुलसी को ज्ञानपीठ
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ मिलने के बाद एक वर्ग काफी व्यथित है। उनकी ओर से बार-बार पूछा जा रहा»
जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य को ‘ज्ञानपीठ पुरस्कार’ मिलने के बाद एक वर्ग काफी व्यथित है। उनकी ओर से बार-बार पूछा जा रहा»
आपरेशन सिंदूर से भारत ने पूरी दुनिया को अपनी स्वदेशी रक्षा शक्ति का एहसास कराया है . इस पूरे आपरेशन में ब्रह्मोस ने आतंक»
आपरेशन सिंदूरअभी खत्म नही हुआ है। यह सिर्फ स्थगित हुआ है। लेकिन पाकिस्तान के साथ इस संघर्ष में युद्ध जैसे हालात बने। दुन»
22 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने बैसरन घाटी में खूनी खेल खेला था। आतंकियों ने सरेआम 26 पर्यटकों को मा»
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी (पहलगाम) म»
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को पर्यटकों पर पाकिस्तानी आतंवादियों ने कायराना हमला किया है .इस हमले में 27 पर्यटकों»
अरविंद केजरीवाल की नौटंकी खबरों में है। इसमें वे और उनके साथी हैं। अरविंद केजरीवाल के कारण उनके साथी भी चर्चा में हैं। क»
भाजपा ने दिल्ली विधान सभा चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया है. चुनाव आयोग के मुताबिक, भाजपा 41 सीट जीती और 7 सीटों प»
प्रयागराज में विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक समागम महाकुंभ-2025 के लिए केंद्र सरकार ने 2100 करोड़ का बड़ा उपह»
कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा शांतिपूर्ण समागम है, जिसमें लाखों-करोड़ों तीर्थयात्री पवित्र नदियों में स्नान के लिए आते हैं»
कुंभ हमारी एकता के प्रतीक हैं। भारतीय धर्म, रहन-सहन, विचारधारा एवं आध्यात्मिकता के जीवंत प्रमाण हैं। इनमें उपस्थिति होना»
महाकुंभ पर्व न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, अपितु सारी सृष्टि व जीवन के संरक्षण एवं संवर्धन के वे आदर्श प्रतिमान हैं, जो»
हमारे ऋषि गणों ने आधुनिक विश्व के कथित वैज्ञानिक ज्ञान से हजारों वर्ष पूर्व बृहस्पति की गति के आधार पर सुनिश्चित कर अपने»
जहां की रज के कण-कण को स्वयं देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त है, जहां गंगा-यमुना एवं सरस्वती की पवित्र त्रिवेणी हर किसी के ल»
भारत की शक्ति उसका अध्यात्म है। प्रगाढ़ आध्यात्मिकता के कारण ही भारत की सभ्यता एवं संस्कृति अनेक हमलों के बाद भी नष्ट नही»
हिंदू धर्म वर्तमानजीवी धर्म है। यह सत्य और ऋत का वह गठबंधन है, जो अतीत से जुड़ने का अर्थ वर्तमान की संभावना के विस्तार से»
अखाड़े कुंभ परंपरा के अभिन्न अंग हैं, जिनके बगैर इस विराट समागम की कल्पना भी नहीं की जा सकती। अखाड़ा शब्द संस्कृत के अखण्ड»
पूर्ण: कुंभोऽधि काल आहितस्तं वै पश्यामो बहुधा नु सन्त:। स इमा विश्वा भुवनानि प्रत्यड्कालं तमाहु: परमे व्योमन॥ (अथर्ववेद»
अनादि काल से हमारा देश आध्यात्म प्रधान देश है। यहां घटित होने वाली प्रत्येक घटना की स्मृति में जो आध्यात्मिक अनुष्ठान पु»