कोर्ट की भांति, अब शरीअत के मुताबिक माफिया को सजा हो !
कानून ने तो अपना कर्तव्य कर दिया। पर असली दंड इन इस्लामी मुजरिमों को कब मिलेगा ? वे हत्या, लूट, जबरन वसूली, फिरौती, डकैत»
कानून ने तो अपना कर्तव्य कर दिया। पर असली दंड इन इस्लामी मुजरिमों को कब मिलेगा ? वे हत्या, लूट, जबरन वसूली, फिरौती, डकैत»
अंततः कवि मोहम्मद इकबाल को दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद ने राजनीति शास्त्र के पाठ्यक्रम से हटा ही दिया। बीए के»
मुद्रण क्षेत्र में एक अजूबा, प्रकाशन जगत में अचंभा और धर्म साहित्य में अद्भुत है गीता प्रेस, गोरखपुर। इसके शताब्दी वर्ष»
कश्मीर घाटी में दो खास परिस्थितियों में ही कहा जा सकता है : “All is well”. पहला है जब मां खीर भवानी के मंदिर में जमा ह»
अमूमन छात्रों द्वारा हंगामा बरपाना तथा तोड़फोड़ करना उनके विरोध-चिंतन को व्यक्त करने का माध्यम रहा है। ऐसे अग्निपथ पर»
अपने विश्वविद्यालय के बारे में अच्छा पढ़कर बड़ा भला लगता है। अपनत्व का एहसास जो गहराता है। इसीलिए पत्रकार साथी जावेद मुस»
अगर भारत के बीसों विपक्षी दलों, मुख्यतया सोनिया-कांग्रेस पार्टी, में बौद्धिक हिम्मत, सियासी सदाशयता, नैतिक दृढ़ता और»
नए संसद भवन के प्रस्तावित उद्घाटन (28 मई 2023) पर कांग्रेसी विवाद से जुड़े मेरे कल के (22 मई 2023) पोस्ट पर कई प्रतिक्रिय»
ऑस्ट्रेलिया की यात्रा के अंतिम दिन (24 मई 2023) नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज से सख्त दंडात्मक कदम का वादा»
प्रत्येक लोकतंत्र-प्रेमी भारतीय को 52-वर्षीय राहुल गांधी की बात पर गंभीरता से गौर करना चाहिए। उनकी मांग है कि नवीन संसद»
आदिवासी इलाका मेघालय तथा अत्याधुनिक अमेरिका में एक नए समान प्रचलन ने हलचल मचा दी है। स्वागतयोग्य है। अब संतान को मां के»
उदारमना हिंदुओं का कर्तव्य है कि धन्नीपुर मस्जिद (अयोध्या) के लिए तुरंत मदद करें। दरियादिली से दान दें। दानशील कभी भी नि»
नाटकाकार भाई प्रदीप घोष एक स्पर्शमणि हैं जो किसी भी कलारूपी धातु को छूते ही कंचन रूप दे देते हैं। उनका यह हूनर है, नै»
जब निराशा, हताशा, विषाद, मायूसी, उदासी, व्यथा घेर ले तो मन को खिन्न न होने दें। इतिहास, पुराण के कुछ पुराने पृष्ठों को»
सर्वाधिक विलक्षण वाकया हुआ था गत शनिवार (6 मई 2023) कर्नाटक के मतदान में। तब दोनों प्रतिद्वंदी पार्टियों ने एक ही ईश्वर»
आज तक यह विवाद मिटा नहीं कि भारत में विपक्ष के कई नेता कांग्रेस पार्टी से नूरा कुश्ती लड़ते रहते थे। खास कर कम्युनिस्ट»
हिंदी की उपभाषाओं (18 बोलियां) के शस्त्र पहरियों के लिए यह एक अनुकरणीय उदाहरण है, बानगी ही सही। करीब दस हजार किलोमीटर दू»
दांत अब केवल मानव अंग ही नहीं हैं। वरन भारतीय साक्ष्य अधिनियम (Indian Evidence Act 1872) के तहत एक सबूत भी मान्य है। मुं»
पश्चिम में अब फिर एक और भारतीय मूल का राजनेता उभरा है। अटकलें शुरू हो गईं कि कनाडा का प्रधानमंत्री वह संभावित बन सकता ह»