ज्ञानवापी तो मूल उपासकों को ही मिलेगी ! जैसी गांधीजी की इच्छा
भोले शिवशंकर की नगरी काशी के ज्ञानवापी विवाद पर न्यायिक निर्णय कल (21 जुलाई 2023) आ गया। जिला न्यायधीश डॉ. अजय कृष्ण वि»
भोले शिवशंकर की नगरी काशी के ज्ञानवापी विवाद पर न्यायिक निर्णय कल (21 जुलाई 2023) आ गया। जिला न्यायधीश डॉ. अजय कृष्ण वि»
भाजपायी अत्यंत प्रफुल्लित हो रहे होंगे। उनकी किस्मत से सोनिया-कांग्रेस के छीकें में सूराख पड़ गई। फूटना शेष है। बेंगलुर»
प्रेमी जन हेतु आज का दिन संताप का है, संत्रासवाला भी। मगर वैज्ञानिकों के लिए कीर्तिमान है, यशस्वी भी। आज ही के दिन (20»
समाचार और प्रचार में घर्षण का मसला मुद्दतों से चला आ रहा है। मीडिया जगत में यह सुर्खियों तथा विज्ञापन के आकार में चर्चित»
कभी एक लोकोक्ति सुनी थी : “जिसने लाहौर नहीं देखा, उसने कुछ भी नहीं देखा।” इसी को तनिक फिराकर पेश करूं : जिस चैनल पत्रका»
सदियों से अंधेरे महाद्वीप बने रहे अश्वेत अफ्रीका के करोड़ों जन को एक सूत्र में पिरोने वाली जुबान स्वाहिली का आज प्रथम “अ»
आतंकी विषय-वस्तु पर एक नई फिल्म “बहत्तर हूरें” नई दिल्ली के जेएनयू (नेहरू विश्वविद्यालय) में कल (मंगलवार, 4 जुलाई 2023)»
फ्रांस जल रहा है। सरकारी इमारतें धधक रही हैं। पुलिस पर जनाक्रोश इतना उभर पड़ा है कि हर सत्ता का प्रतीक हमले का लक्ष्य बन»
एक दौर होता था उसका भी कभी। आतुरता से उसका इंतजार था। उत्कंठा भरा। उतावलेपन की हद तक। व्याकुलता समाए। तब अभिसार फिर परिर»
दो वाकये, एक साथ, एक ही समय पर हुये। आपस में रहे भी दोनों संबद्ध। (23 जून 2023) के दिन। पटना और सुदूर कोची (केरल) में। त»
यूं तो भारत जब भी पाकिस्तान से जीतता है, बड़ा सुख मिलता है। हम आह्लादित हो जाते हैं। दिन में होली, रात दिवाली मनती है। म»
गत दिनों एक संक्षिप्त समाचार, नन्हा सा, मगर राष्ट्र के हित में विशद, दब गया, ओझल ही रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अम»
यह दास्तां है एक ब्रिटिश अभिनेत्री की जिसने न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित ब्राडवे थ्येटर में पुरुष की भूमिका निभाई और पुरस्कार»
केरल की मार्क्सवादी पार्टी और कम्युनिस्ट सरकार ने प्रदेश की मीडिया के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है। प्रमुख मलयालम टीवी स»
रोम का एक मीडिया सामंत (नवाब) था सिल्वियो बर्लुस्कोनी। तीन विशाल टीवी चैनल और कई समाचारपत्रों का एक छत्र मालिक, सिनेमा क»
शरद पवार कब पलटी मार दें ? बताना बड़ा दुष्कर है। उतना ही जितना यह जान लेना कि धोबीपाटा पहलवान ने कब मारा अथवा हत्थे से पत»
इस्लामी तुर्की के बारहवें राष्ट्रपति साठ-वर्षीय कट्टरवादी रजब तैयब इर्दुगान शायद अरबी शब्दों रहीम (दयालु) और रहमत (कृपा)»
विख्यात फ्रांसीसी (स्पेनिश भी) चित्रकार पाब्लो रूज पिकासो की सौ से ऊपर महिला मित्र रहीं। उनमें से एक फ्रांकुवा गिलो का ग»
आखिरकार अरिकंपन पकड़ लिया गया। मगर बेहोश कर दिए जाने के बाद ही। अब केरल से तमिलनाडू सीमावर्ती कुंबुम घाटी के पास कलक्काड»