कांग्रेस का बाबा साहेब के नाम पर राजनीति
डॉ. भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में एक गरीब अस्पृश्य परिवार में हुआ था। भीमराव आंबेडकर»
डॉ. भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में एक गरीब अस्पृश्य परिवार में हुआ था। भीमराव आंबेडकर»
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया»
पिछले हफ़्ते शेख़ हसीना न्यूयॉर्क में अपनी अवामी लीग पार्टी के एक कार्यक्रम में ऑनलाइन हिस्सा लिया था. अब हसीना आठ दिसंब»
अमेरिका के निशाने पर ब्रिक्स समूह के नौ देश हैं जिनमें भारत, रूस और चीन प्रमुख हैं. इस समूह में ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका,»
भारत ने कनाडा के छह राजनयिकों को निष्कासित करने का फ़ैसला किया है. भारत ने कनाडा के रुख़ पर विरोध जताते हुए दिल्ली स्थित»
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने अपने दम पर स्पष्ट बहुमत हासिल किया और राज्य में जीत की हैट्रिक लगाई. नतीजों में बीजेपी»
मंगलवार को इसराइली सेनाओं ने, लेबनान में “सीमित” ज़मीनी आक्रमण शुरू किया, जिसके बाद ईरान की तरफ़ से भी लगभग»
जाति की लड़ाई से संसद हलकान है. प्रतीत होता है कि राष्ट्रीय स्तर पर विमर्श का एक ही और सबसे प्रमुख मुद्दा शेष है, जाति. ज»
लोकसभा चुनाव – 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस, सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी समेत अनेक क्षेत्रीय दलों से आए»
वर्षा का मौसम आए तो दादर न टर्राए ? ठीक ऐसे ही कतिपय प्रत्याशी भी ऐन चुनाव के वक्त ही उपजते हैं। गंभीर और कड़वाहटभरी राज»
यूं तो सिंदूर लगाना अब केवल मान्य संस्कारिक रिवायत है। क्रमशः हिंदुओं में यह प्रतीकात्मक भी हो गई। मगर इंदौर के परिवार क»
सज्जनों और सत्पुरुषों का खेल है क्रिकेट। लंबी परिपाटी रही ऐसी ही। मगर इस तेरहवें विश्व कप श्रृंखला के दौरान क्रिकेट में»
चेन्नई के चेपक स्टेडियम को पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तान बाबर आजम दूसरा पानीपत नहीं बन सका। अफगन क्रिकेटरों के जेहादी जुनून»
फिर एक बार पुष्टि हो गई कि ब्रिटिश साम्राज्यवादियों की अवैध औलाद है इस्लामी पाकिस्तान। उसके संस्थापक मियां मोहम्मद अली ज»
मणिपुर पर सोशल मीडिया में उठा तूफान शांत हुआ सा लग रहा है. पिछले 5 दिनों में इस घटना ने देश में बवंडर सा खड़ा कर दिया था»
फ्रांस जल रहा है। सरकारी इमारतें धधक रही हैं। पुलिस पर जनाक्रोश इतना उभर पड़ा है कि हर सत्ता का प्रतीक हमले का लक्ष्य बन»
दो वाकये, एक साथ, एक ही समय पर हुये। आपस में रहे भी दोनों संबद्ध। (23 जून 2023) के दिन। पटना और सुदूर कोची (केरल) में। त»
भारत में जनसमर्थित आंदोलनों की पृष्ठभूमि बमुश्किल एक सदी पुरानी है. 20वीं सदी के पूर्वांर्ध में देश ने आधुनिक प्रकार के»