एक सदा यादगार त्रासद दास्तां ! इन्दिरा गांधी की एमर्जेंसी-1975 !!

के .विक्रम रावसमकालीन इतिहास की अत्यंत त्रासद घटना पर बनी कंगना रानौत की फिल्म “एमर्जेंसी” अब नूतन वर्ष में दिखाई जाएगी। गत माह की तारीख थी, स्थगित हो गई है। फिलहाल जब भी यह फिल्म दर्शकों के समक्ष पेश होगी, यह तयशुदा तौर पर तूफान लाएगी। कथानक ही इसका ऐसा है। चूंकि मैं स्वयं उस अंधेरे दौर में तेरह महीने भारत के पांच जेलों में कैद रहा, मेरा इस फिल्म से विशेष लगाव है। तानाशाही के खिलाफ यह जेहाद था। आम जन का। चूंकि काले के साथ सफेद ज्यादा चमकदार दिखता है। इसीलिए इसकी दर्शनीयता ज्यादा आकर्षक है।
   
मणिकर्णिका फिल्म द्वारा निर्मित इस चलचित्र का निर्देशन और निर्माण कंगना रनौत के जरिए किया गया है। फिल्म की पटकथा रितेश शाह ने लिखी है। फिल्म में कंगना के अलावा सतीश कौशिक, मिलिंद सोमन, अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े और महिमा चौधरी जैसे सितारे खास रोल में हैं।
 इस फिल्म की भयावहता का अनुमान इसी से लग जाता है कि सरकारी वकील (नीरेन डे) ने 1975 में सुप्रीम कोर्ट को खुलेआम बताया था कि सरकार को नागरिक के प्राण ले लेने का भी अधिकार है। फिर हजारों विरोधियों को डेढ़ साल तक जेलों में बंद रखा गया। बिना अदालती कार्यवाही के। यह सब आधुनिक इतिहास है।
 अभिनेत्री कंगना की यह फिल्म बहुप्रतीक्षित है। एक पोस्ट में लिखा कंगना ने : “प्रिय मित्रों, मुझे एक घोषणा करनी है। ‘इमरजेंसी’ एक कलाकार के रूप में मेरे जीवन की सीख और कमाई है। ‘इमरजेंसी’ मेरे लिए सिर्फ एक फिल्म ही नहीं है बल्कि एक व्यक्ति के रूप में मेरे मूल्यों की परीक्षा है। फिल्म के टीजर और पोस्टर को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया ने हम सभी को प्रोत्साहित किया है। मेरा दिल कृतज्ञता से भरा है और मैं जहां भी जाती हूं लोग मुझसे ‘इमरजेंसी’ की रिलीज डेट के बारे में पूछते हैं।”
अभिनेत्री ने रिलीज की तारीख को टालने की जानकारी साझा करते हुए लिखा, “मैंने ‘इमरजेंसी’ रिलीज की तारीख 24 नवंबर 2023 घोषित की थी, लेकिन मेरी अन्य फिल्मों के कारण इस फिल्म को 2024 में रिलीज करने का फैसला किया है। नई रिलीज डेट जल्द ही घोषित की जाएगी।” 
कंगना रनौत ने उन दावों का खंडन किया कि उनकी आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ का उद्देश्य कांग्रेस को खराब रोशनी में दिखाना अथवा भाजपा का पक्ष लेना है। यह फिल्म स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर आधारित है।
 कंगना ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने धमकाया था। “मैंने खुद इमरजेंसी में श्रीमती गांधी की बायोपिक पर काम किया है। निक्सन ने उन्हें बहुत बुरी तरह से ट्रीट किया था। मीडिया में बोला था। बुली किया था। (जब मैंने इंदिरा गांधी पर शोध किया, तो मुझे पता चला कि रिचर्ड निक्सन ने उन्हें कैसे धमकाया था)। लेकिन अब, हिंसा से और केवल प्रेम से, पीएम मोदी सचमुच मानवता की मशाल थामे हुए हैं। हम, भारतीय बहुत गर्व महसूस करते हैं।”
     
प्रोमो में अनुपम खेर कहते हैं : “भारत के इतिहास की सबसे अंधेर घड़ी आ चुकी है। सरकार राज नहीं, अहंकार राज है ये। ये हमारी नहीं, इस देश की मौत है। इस तानाशाही को रोकना होगा।” इसके बाद कंगना की आवाज आती है : “मुझे इस देश की रक्षा करने से कोई नहीं रोक सकता, क्योंकि इंडिया इंदिरा है और इंदिरा इंडिया है।”
कंगना रनौत कहती हैं : “इमरजेंसी हमारे इतिहास के सबसे काला अध्यायों में से एक है, जिसे युवा भारत को जानना जरूरी है। यह एक महत्वपूर्ण कहानी है। मैं इस रचनात्मक यात्रा को एक साथ शुरू करने के लिए प्रतिभाशाली एक्टर सतीश कौशिक, अनुपम खेर, श्रेयश, महिमा और मिलिंद की शुक्रगुजार हूं। मैं भारत के इतिहास के इस उल्लेखनीय प्रसंग को बड़े पर्दे पर लाने के लिए उत्साहित हूं। जय हिंद” ! लोकतंत्रप्रेमी, स्वाधीनता के लिए संघर्षरत भारतीयों को इस फिल्म की प्रतीक्षा रहेगी।

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